आपके लिए जो व्यक्ति नगण्य है देशके संविधान में वह भी आपके बराबर ही गण्य है।फेसबुक .पर किसीको हेय समझने-कहने की असभ्यता करने से बचें। यह लोकतंत्र है।
गंगेश गुंजन #उचितवक्ताडेस्क।
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