🌀 एक तो बहुत पुरानी सड़ी-गली बात,उससे भी ज़्यादा घिसी-पिटी भाषा में जाने कैसी लालसा है कि कुछ लोग...फेसबुक को टॉयलेट बना देने की सीमा तक कुछ भी लिखते रहते हैं... 💤
#उचितवक्ताडेस्क। २९.०९.'२२.
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