Sunday, September 25, 2022

बेटियाँ

 🏘️🏡
         सौभाग्य से उनकी सोलह
  बेटियाँ हैं। आठ तो सहज ही घर
में थीं। चार बेटियों को उनके
समधी-समधन पाल-पोस
रहे थे। अपने चार बेटों को
बारी-बारी भेज कर वहाँ से वे
सबको अपने घर लिवा आये।
और इस अनुभव से समृद्ध वे
अब अपने आप को बहुत
वैभवशाली समझते हैं।
 
       #उचितवक्ताडेस्क।

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