🏘️🏡
सौभाग्य से उनकी सोलह
बेटियाँ हैं। आठ तो सहज ही घर
में थीं। चार बेटियों को उनके
समधी-समधन पाल-पोस
रहे थे। अपने चार बेटों को
बारी-बारी भेज कर वहाँ से वे
सबको अपने घर लिवा आये।
और इस अनुभव से समृद्ध वे
अब अपने आप को बहुत
वैभवशाली समझते हैं।
#उचितवक्ताडेस्क।
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