क्षेत्र कोई भी हो,लिखी,पढ़ी और फेसबुक पर समझी जा रही सारी प्रगतिशीलता असली नहीं। इनमें ज्य़ादा तो नक़ली हैं। • गंगेश गुंजन #उचितवक्ताडेस्क।
No comments:
Post a Comment