पुस्तक
कई दफा पुस्तक आपकी होती है और उसमें जगह-जगह, ख़ास कलम, लाल-नीली रोशनाई से की गई रेखांकित पंक्तियाँ किसी और की। ये निशान उस पुस्तक की उम्र में गहरे जुड़े रहते हैं और आपकी स्मृतियों से।
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गंगेश गुंजन
#उचितवक्ताडेस्क।
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