कहने से पहले
... तथापि कहने से पूर्व 'कविता में विचार' और 'विचार पर कविता में' कुछ तो उल्लेखनीय खाई-फाँक चिन्ता है कि जिस पर सावधानी ज़रूरी है कवि ? गंगेश गुंजन
#उचितवक्ताडेस्क।
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