स्वर्ग लिखे तो क़लम हिन्दू ,लिख के जन्नत मुसलमान है। देख-सोचकर बेहद चिंतित,विचलित ये मन परेशान है।
गंगेश गुंजन
[उचितवक्ता डेस्क]
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