🌨️🌨️। मौसम ।🌨️🌨️
सबसे अच्छा याद का मौसम
उसके बाद बाद का मौसम।
ज़रा नहीं पछताबा हो ग़म
पाकर खो जाने का मौसम।
पंछी पर्वत नदी देश की
तारीख़े आज़ाद का मौसम।
माटी पानी हवा में सबकुछ
मेरे गांँव, फ़सल का मौसम।
आँगन में बरसात झमाझम काग़ज़ क़लम दवात का मौसम।
ज़रा ज़रा सी बात में अनबन
बिना शर्त इक़रार का मौसम।
कैसा ख़ौफ़नाक़ कुल मंज़र
दो साले संसार का मौसम।
दिल आख़िर कहता है लेकिन
इक उसके आने का मौसम।
लेकिन मौसम दो ही मौसम
मिलने न मिलने का मौसम।
हो जो हासिल हर सू सब को
अहले आज़ादी का मौसम।
🍀
गंगेश गुंजन #उचितवक्ताडेस्क। (पुनः प्रेषित)
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