🔅 मज़ाक और पॉलिटिक्स
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मज़ाक को एक दिन यह महसूस
हुआ कि लोग बाग उसे सीरियसली
नहीं लेते हैं। उसे यह बात खल गई। उसी दिन मज़ाक ने पॉलिटिक्स ज्वाइन कर ली। आख़िर शब्द का भी आत्म सम्मान होता है। |💐|
#उचितवक्ताडेस्क।
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