Wednesday, September 11, 2024

दो पँतिया : किसी के चाहने न घाहने से.

किसी के चाहने न घाहने से क्या होगा
बदल के ही रहेगी यह दुनिया देखियेगा।

               गंगेश गुंजन  
            #उचितवक्ताडे.

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