घरघुसड़ा बनने से रोका क्योंकि...
जवानी में जब घरघुसना बनना चाहते थे तो समाज के डर से पिता जीने रोका क्योंकि तब पुरुषों का अधिक देर तक आंगन में रहना वर्जित था। समाज में हंसी होती थी।
अब इस उम्र में कोरोना ने आकर घरघुसड़ा बना कर छोड़ दिया है। सोशल डिस्टेंसी ऊपर से अंकुश है...विडंबना देखिए।
# उचितवक्ता डेस्क।
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