Thursday, October 24, 2019

रिश्ते तब और अब

पहले रिश्ते, रहते थे या नहीं रहते थे। रिश्तों‌ में 'है भी और नहीं भी' का यह मनहूस संशय, बिल्कुल नया है,आज की देन है।


-गंगेश गुंजन।। उचितवक्ता डेस्क।।

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