Sunday, November 24, 2024

रिश्तों के ड्राइंग रूम में

🍂           रिश्तों के ड्राइंग रूम में  !
      रिश्तों के ड्राइंग रूम में तभी तक रहें जब तक कि बजते-बोलते-साज़ या कम से कम गाते हुए ट्रांजिस्टर रेडियो लगें कि कोई पुराना ग्रामोफोन सेट। कोई एक चीज़ बन कर बिना स्पर्श किए जाते हुए-बेआवाज़ बने कभी ना टिकें।
   जिस पल ऐसा लग जाय शानदार ढंग से रुख़्सत हो लें।
                               🍁                                                गंगेश गुंजन 
                     #उचितवक्ताडेस्क।

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