🌈🌈
आदमी और रचनाकार एक ही
होता है। ऐसा नहीं हो सकता कि
कोई रचनाकार तो परम श्रेष्ठ है
मगर आदमी ओछा हो।और जहां
ऐसा लगे तो अवश्य कोई लोचा है।
आदमी की श्रेष्ठता में या रचनाकार
में। ध्यान देने पर दीख जाएगा।
😎
(उचितवक्ता डेस्क)
गंगेश गुंजन
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