Thursday, January 16, 2020

...झुकाये जायें यूं ही गरदन ?



      क़रीने से हमारा क़त्ल करते जायें वो
सलीक़े से झुकाये जायें हम यूंही गरदन?
गंगेश गुंजन
-उचितवक्ता डेस्क-  

     

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