Friday, December 6, 2019

मनुष्य और फुटबाल

             मनुष्य और फुटबॉल

लुढ़क कर मनुष्य जितनी ऊंचाई से भूमि पर गिरता है वह उतना ही चकनाचूर होकर बिखरता है। फुटबॉल उतनी ही ऊंचाई से लुढ़क कर भूमि पर गिरता है तो उसका कुछ नहीं बिगड़ता है। लुढ़कना फुटबॉल का स्वभाव है आदमी का नहीं।🌳🌳

गंगेश गुंजन। (उचितवक्ता डेस्क)

No comments:

Post a Comment