🌀
''दिल्ली के चूहे भी दारू पीते हैं। और हमारे बिहार में देखें। आदमी तकके लिए दारू मुहाल कर रखा है सरकार ने। बल्कि ‘कानूनी अपराध’ बना रक्खा है।
अब विपक्ष भले चिल्लाते रहें-‘ऐसा नहीं है’, 'वैसा है' या ‘छुप-छुपाये सब खुले आम चल रहा है’ आदि-इत्यादि… ख़ैर,उनका तो काम ही यह सब कहते रहना 😜…।''
ऐसा हमारे समाधान प्रसाद जी फ़ोन पर फ़र्माते हैं और यह भी कि-
नोट:
[ न यह कोई राजनीतिक पोस्ट है ना ही किसी चुनाव से इसका कुछ सम्बन्ध है।]
🌜🌛 गंगेश गुंजन
#उचितवक्ताडेस्क.
No comments:
Post a Comment