Tuesday, May 4, 2021

.........मन करता है

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           .....मन करता है

      न पढ़ने का मन करता है
      न लिखने का मन करता है।

      न खाने का मन करता है
      न पीने का मन करता है।

       न हँसने का मन करता है
       न रोने का मन करता है।

      न जगने का मन करता है
      न सोने का मन करता है।

      न रहने का मन करता है
      न जाने का मन करता है।

      न बोलने का मन करता है
      न बतियाने का मन करता है।

      न सुनने का मन करता है
      न गाने का मन करता है।

      न  जाने का मन करता है
      न बुलाने का मन करता है।

      न जीने का मन करता है
      न मरने का मन करता है।

      खाली इस कोरोना और
      बदहाल व्यवस्था को
      गरियाने का मन करता है।
           होलियाने का मन करता है।
                          ***
                    गंगेश गुंजन

                #उचितवक्ताडेस्क।
                     ०४ मई.'२१.

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