Tuesday, October 22, 2019

मेरा रुतबा देखना

यह तो कुछ भी नहीं है,देखना उस दिन रुतबा मेरा।                    आसमाँ ख़ुद उठाने आएगा अपनी हथेली पर मुझे।


गंगेश गुंजन

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