चन्द्रयान-सूर्ययान
शान्त,विनम्र और कोमल पर सब का पुरुषार्थ चलता है। चन्द्रमा को ही देख लीजिए। उस पर धमक जाने के लिए देश के देश लगे रहते हैं। लेकिन बड़े 'ज्ञानयोद्धा' हैं वे तो सूर्ययान बना कर तनिक सूरज पर भी धाबा बोल कर दिखायें तो !
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गंगेश गुंजन
(उचितवक्ता डेस्क)
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