स्वतंत्रता स्वतंत्रता चक्रव्यूह में फंसे महाभारत के अभिमन्यु की तरह अपनों के शस्त्रास्त्रों से ही घिरी तो रहती है लेकिन वह मरती नहीं है। 🌻 -गंगेश गुंजन
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