ढब लोगों के बदल गये हैं।
मीठी वाणी बात करेंगे।
भीतर से आघात करेंगे।
ज़्यादातर दिल जले हुए हैं।
गंगेश गुंजन
#उचितवक्ताडेस्क।
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