Monday, August 3, 2020

भाग्यवाद और शिक्षा प्रणाली


          शिक्षा और भाग्य  ।

साधारण जन-मानस में गहरे बैठे हुए भाग्यवाद को कोई आत्मनिर्भर सक्षम  शिक्षा-प्रणाली ही उखाड़ कर फेंक सकती है। और लोकतंत्र में यह काम सदैव,सत्ता की राजनीतिक इच्छाशक्ति और चरित्र पर निर्भर रहता है। 

                  गंगेश गुंजन

             # उचितवक्ता डेस्क।

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