राजनीति का पतझड़
देश में राजनीति का पतझड़ कुछ ज़्यादा ही समय चल रहा लगता है। कहीं से नयी कोंपल फूटती दिखे तो वसन्त की उम्मीद झलके।🍂🍂🍂🍂🍂 गंगेश गुंजन। ।उचितवक्ता डेस्क।
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