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जाते हुए कुछ नहीं कर गये
पिता मेरे नाम,
घर न कोई खेत-खलिहान।
बस कह गए -
‘जब भी चलना,पथ पर बायें चलना
इसका सदा रखना ध्यान।’
-कह गये पिता। 🙏🙏
🌻
गंगेश गुंजन
#उचितवक्ताडे.
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