Monday, October 11, 2021

बिचौलिए की ताक़त

💤  बिचौलियों की ताक़त  💤
                    🌀
    बिचौलियों की ताक़त और षड्यंत्र
     देखिए कि पानी जैसा पदार्थ जो
     धधकती हुई भयावह आग को
     बुझा देता है लेकिन पर्यावरण और पानी

     के बीच में महज़ कोई बर्तन आ जाय तो
    उसे शक्तहीन बना देता है और बर्तन
    बिचौलिया पानी को वाष्प बना कर
     उड़ा देता है। सामाजिक सोच, सामर्थ्य
     और जन साधारण की ताक़त के साथ 

     भी बिचौलिये ही हैं जो षड़यंत्र कर 

    आपसी संदेह,परस्पर वैमनस्यता और
    विद्वेष पैदा करके अपने-अपने
    स्वार्थ‌ में कभी जाति कभी
    संप्रदाय कभी भाषा,राज्य का
    टंटा खड़ा करते हैं और आपसी
    भाईचारा बर्बाद करते हैं। 
        चिंताजनक और दुखद यह और
    अधिक है। ऐसे में कई बार
    राजनीतिक विचारधाराएंँ भी
    शामिल हो जाती हैं।इस प्रपंच से
    जनसाधारण अवगत नहीं हो
    पाता या कहें उसे इस से अवगत
    होने नहीं देने का एक सुनियोजित

    वातावरण बना दिया जाता है। जनता

    तो साधारण लोग हैं उन्हें उनका
    नेतृत्व ही चलने को बाध्य करता
    है।समाज के लिए अपने लोगों
    को अपने-अपने स्तर पर चिंता
    करनी होगी और राजनीतिक
    बर्तनों को पानी की ऊर्जा के
    अपव्यय से आगाह करना होगा।
    चेतावनी देनी होगी।
    जनता को स्वयं जनता के साथ
    एकहित में संवाद करना होगा
    और राह तय करनी होगी। अब
    देखें ऐसा कब होता है ।
           #उचितवक्ताडेस्क।

                गंगेश गुंजन

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